PSA Act के तहत महबूबा मुफ्ती की नजरबंदी को अब फिर इतने महीने के लिए बढ़ा दिया गया है।
जम्मू और कश्मीर की मुख्यमंत्री यानी बर्तमान की पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती को श्रीनगर के जिला मजिस्ट्रेट द्वारा जारी आदेश के अनुसार, मंगलवार को उन्हें और तीन महीने के लिए पीएसएए नियमों के तहत नजरबंदी में लिया जायेगा ।
जम्मू-कश्मीर के एनसी नेता उमर अब्दुल्ला ने इस कदम की आलोचना की है। उन्होंने कहा की अब हालत ठीक हे फिर भी जानबुज कर उन्हें नजरबंदी और तीन महीने बढ़ा दिए हे।ऐसा सब जानबुज के किए जारहे हे।
कश्मीर मुद्दे पर मोदी सरकार के ऐतिहासिक निर्णय का पूरे देश में स्वागत किया गया था, राष्ट्रपति के निर्देशों के अनुसार धरा 370 के हटा दिया गया था और जम्मू-कश्मीर को दो अलग केंद्र शासित प्रदेशों में बदल दिया गया था ।
5 अगस्त को, जम्मू और कश्मीर में अनुच्छेद 370 को रद्द कर दिया गया था, और फारूक को सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम PSA 1978 के तहत 15 सितंबर को उन्हें भी नजरबंदी में रखा गया था। फारूक अब्दुल्ला की नजरबंदी हटने के बाद संवाददाताओं से कहा, "मैं उन नेताओं का आभारी हूं जिन्होंने मेरी आजादी के लिए प्रार्थना की, लेकिन राजनीति पर कोई भी चर्चा करने से वो उसबक्त इनकार कर दिया था न कोई राजनीती के ऊपर बात भी की थी ।